Type Here to Get Search Results !

राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व व स्वतंत्रता सेनानी || NCERT पर आधारित सम्पूर्ण विवरण व नोट्स

राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व व स्वतंत्रता सेनानी

freedom fighters of Rajasthan thumbnail image
Complete details and notes of prominent personalities and freedom fighters of Rajasthan

1.अमर सिंह घाटियाँ :- बीकानेर के निवासी

➤ राज० का 1857 की क्रांति में प्रथम शहीद
➤ राज का मंगलपाण्डे कहते है ।
➤ झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई को आर्थिक सहायता दी।
➤ 1857 की क्रांति का भामाशाह कहते है।

2.अर्जुन लाल सेठी :- 

➤ जन्म = 9 सितंबर 1880 (जयपुर)
➤ राज. के प्रथम क्रांतिकारी थे |
➤ जयपुर में जनजागृति का जनक

❖ इन्होने चोमू के जिलाधीश पद का त्याग करते हुए यह कहा कि "अर्जुनलाल नौकरी करेगा तो अग्रेजो को भारत से बाहर कौन निकालेगा"

 1907 ई. में इन्होने अजमेर में "जैन शिक्षा सोसायटी" की स्थापना की |

 इसके तहत 1907 में जैन वर्धमान पाठशाला के नाम से जयपुर में विद्यालय खोला गया।

 सेठी व मोतिचन्द्र को बिहार नीमच मठ के तहत महंत की हत्या के आरोप में 1914 में बेलूर जेल (कर्नाटक) में 7 वर्ष की सजा हुई | जेल से छूटने के बाद अजमेर दरगाह में अरबी, फारसी पढ़ाते हुए 23 दिसम्बर, 1941 में देहान्त हुआ ।

❖ इन्होने लाल लॉर्ड हॉल्डीग पर बम फेंकने की योजना बनाई।

3. जमनालाल बजाज :-

जन्म  = 04 Nov 1989 ( काशी का बास - सीकर )

❖ उपनाम = 

 गुलाम No. - 4
 गाँधीजी की पाँचवा पुत्र
 राजस्थान का भामाशाह
❖ सीकर प्रजामण्डल की स्थापना व जयपुर प्रजामण्डल का पुर्ण घटन किया ।
❖ 1926/1927 में चरखा संघ की स्थापना (जयपुर में )
 प्रथम विश्वयुद्ध में अग्रेजो की मदद करने के कारण इन्हें "रायबहादुर " की उपाधि दी। जिसे इन्होने असहयोग आंदोलन के तहत वापस लोटा दी ।
 पत्नि का नाम = जानकी देवी बजाज
                पदम विभुषण प्राप्त करने वाली प्रथम महिला.

4. गोपाल सिंह खरवा:-

 राजस्थान में सहस्त्र क्रांति का जनक
 केसरीसिंह बाहरठ के साथ "वीर भारत सभा" की स्थापना

5. विजयसिंह पथिक :-

 मुल नाम = भूपसिंह गुर्जर
 जन्म - गुठावली गाँव बुलंद शहर (U.P) (1888 ई.)
 सहस्त्र क्रांति के तहत गीरफ्तार हुए और इनको टोडगढ़ जेल (अजमेर) में रखा गया।
 इन्होने बिजोलिया व बेंगु किसान आंदोलन का नेतृत्व किया
 भारत में किसान आंदोलन का जनक
 साप्ताहिक प्रकाशन- राज. केसरी, नवीन राजस्थान , तरुण राजस्थान पत्रिका का प्रकाशन किया = अजमेर से ।
 28 मई 1954 को = मृत्यु

6. हीरालाल शास्त्री:-

 जन्म = 24 नवंबर 1899 ई. (जोबनेर, जयपुर)

 पुत्री शांता बाई के नाम पर इनकी धर्म पत्नि श्रीमति रचना शास्त्री द्वारा वनस्थली निवाई (टोंक) में "जीवन कुटीर नामक संस्था " की स्थापना की गई।
        
            • वर्तमान में - वनस्थली विद्या पीठ

 गीत = "प्रलय: प्रतिक्षा नमो: नम:"
 आत्मकथा - प्रत्यक्ष जीवन शास्त्र
❖ यह राजस्थान के प्रथम मनोनीत मुख्यमंत्री थे ।
❖ भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मिर्जा स्माइल व हीरालाल शास्त्री के मध्य जेटलमेंट एंग्रीमेंट सम्पन्न हुआ

7. सागरमल गोपा:- 

 जन्म = जैसलमेर (3)
 पुस्तक = "आजादी के दिवाने ","जैसलमेर में गुंडाराज"
 25 मई 1941 को महारावल जवाहरसिंह के कहने पर जेल में डाल दिया। और 4 अप्रेल 1946 को जिंदा जला दिया ।
जिसकी जाँच "गोपाल स्वरूप पाटक" ने की।

8. गोकुल भाई भट्ट :-

 जन्म = हाथला गाँव, सिरोही (25 जनवरी 1898)
 राजस्थान का गाँधी
 "गाँधीवादी सर्वोच्च नेता "
 सिरोही प्रजामण्डल की स्थापना।
 06,oct, 1986 को जयपुर में निधन।

9. बाल मुकुन्द विस्सा:-

 जन्म = पीडवा गाँव, डिडवाना, नागौर
→ जोधपुर जेल में खराब भोजन के विरोध में भुकहडताल करते हुए 19 जुन 1942 को मृत्यु |

10. जयनारायण व्यास:-

 जन्म = 18 फरवरी 1899 (जोधपुर)

 उपनाम = राज. का लोक नायक  ,शेर-ए- राजस्थान , लकड्ड और फकड्ड , धुन का धनी
 राजस्थान के एकमात्र मनोनित व निर्वाचित CM थे।
 मारवाड़ हितकारिणी सभा की स्थापना की।
 1932 में ब्यावर (अजमेर) से राजस्थानी भाषा का प्रथम राजनैतिक समाचार पत्र "आँगी बाण" पत्रिका एवं मुम्बई से "अखण्ड भारत" समाचार पत्र का प्रकाशन किया ।
→ राज. में बालिकाओ के लिए 1932 ई० में "जयकन्या विद्यालय" जोधपुर में जयनारायण व्यास ने स्थापित किया |
14 मार्च 1963 में मृत्यु हुई |

11. रामनारायण चौधरी:-  

 जन्म = 1896 (निम का थाना, सीकर)
 पत्नि = अंजना देवी चौधरी, 1932 में " हरिजन सेवक संघ की स्थापना"
 बेगु व बुदी किसान आंदोलन का नेतृत्व किया |
 समाचार पत्र - दैनिक दैनिक नवज्योति, नया राजस्थान , तरुण राजस्थान का प्रकाशन |

12. दुर्गा प्रसाद प्रसाद चौधरी:-

 रामनारायण चौधरी के बड़े भाई थे। 
 दीनबंधु चौधरी के सहयोग से दैनिक नवज्योति का प्रकाशन किया।
 इनको "केप्टेन" बोलते थे।

13. माणिक्य लाल वर्मा:- 

 जन्म =  04 Dec 1897 (बिजोलिया)
 पत्नि = नारायणी देवी वर्मा
 मेवाड़ प्रजामण्डल की स्थापना |
 "पछीड़ा गीत" गाया। ( बिजोलिया किसान आंदोलन के दौरान )
 मेवाड़ राज्य से निष्कासित करने पर यह अजमेर में रहकर "मेवाड़ का वर्तमान शासन " नामक पुस्तक की रचना की ।
 14 फरवरी, 1969 ई. में मृत्यु हुई |
→ इन्ही के नाम पर वर्तमान में भील संस्कृति को बचाने के लिए "माणिक्यलाल आदिम जाति शोध संस्थान" (उदयपुर) में कार्यरत है। 

14. भोगीलाल पाण्ड्‌या:-

 जन्म = 13 Nov. 1904 (सिमलवाड़ा, डूगरपुर)
 वांगड़ का गाँधी कहा जाता है 
 बागड़ सेवा मंदिर, हरिजन सेवा समिति, भील सेवा संघ की स्थापना की गई।
 31 मार्च 1981 को जयपुर में मृत्यु हुई |
 पत्नि = मणिबहन पाण्ड्या । बागड़ बा ।

15. केसरीसिंह बारहठ:-

 जन्म = 21 नवम्बर 1872 (देवपुरा) शाहपुरा
 "राजस्थान केसरी" के नाम से जाना जाता है।
 जोधपुर के रामस्नेही महंत प्यारेलाल के हत्या के आरोप में 20 वर्ष की सजा ।
→ दिल्ली जाते समय मेवाड़ के महाराणा फतेहसिंह को 1903 में "चेतावनी -रा-चुंगट्‌या" नामक 13 सोरटे भेजे। जिन्हें पढ़कर फतेहसिह का सोया हुआ स्वाभिमान जाग गया। जिससे वह दिल्ली हो गए परंतु दिल्ली दरबार में नहीं गए।
 1910 में गोपाल सिंह खरवा के साथ मिलकर "वीर भारत सभा" की स्थापना ।
 14 अगस्त 1941 में कोटा में निधन |

16. जोरावर सिंह बारहठ:- 

 जन्म = उदयपुर
 केशरी सिंह बारहठ के छोटे भाई |
 प्रताप सिंह बारहठ के चाचा |
• गुरु = हम्मीरचंद । अम्मीरचंद ।
                     इन्होने जयपुर में जैव वर्धमान पाठशाला में शिक्षा दी ।
→ 23 दिसम्बर 1912 में लार्ड हॉल्डीग पर बम फेका।
→ इनकी स्मृति में आज भी शाहपुरा में प्रतिवर्ष 23 दिसम्बर को शहीद दिवस मनाया जाता है।
→ इन्होंने अपना अंतिम समय 'अमरदास वैरागी साधु के वेश में कोटा में बिताया।

17. प्रतापसिंह बारहठ:- 

➤ जन्म = उदयपुर
→ केशरीसिंह बारहठ के पुत्र |
→ जोरावर सिंह बारहठ के भतीजे थे।
राज. के सबसे कम उम्र के क्रांतिकारी
➤ बनारस सड़यंत्र के तहत आशावाड़ा (जोधपुर) से गीरफतार कर परेली जेल में रखा गया ।

➥ प्रतापसिंह बारहठ का कथन = 
"मेरी माँ रोती है तो उसे रोने दो, जिससे सैकड़ो माताओ को न रोना पड़े तो, यदि मैने दिल का भेद खोल दिया तो यह मेरी वास्तविक मृत्य होगी और मेरी माता पर अमीट कलंक लगेगा।"

→ 27 मई, 1918 को शहीद हो गए |

18. मोतीलाल तेजावत:-

➤ जन्म = कोल्यारी गाँव (उदयपुर) - 1896 में 
➤ भील जनजाति के बाहुल्य क्षेत्रो में आदिवासियों का मसीहा या बावजी कहा गया।
➤ वनवासी संघ की स्थापना की 
➤ भीलो में राजनैतिक जागृति पैदा करने हेतु एकी आंदोलन या भोमट आंदोलन को चितोड़ से शुरू किया।
→ 1921-22  में मेवाड़ में प्रारम्भ हुए भील आंदोलन के नेता थे।
→ मोतिलाल तेजावत के द्वारा तैयार "मेवाड़ पुकार" एक माँग पत्र था ,जो मेवाड़ महाराणा को प्रस्तुत किया गया।
➤ 14 जनवरी, 1969 को मृत्यु हुई

19. मोहनलाल सुखाड़ियाँ :- 

➤ जन्म = नाथद्वारा (राजसमंद) 31 जुलाई 1916
➤ आधुनिक राजस्थान का निर्माता
➤ मुख्यमंत्री पद पर सबसे अधिक समय लगभग 17 वर्ष तक राजस्थान के CM पद पर रहे।
→ 24 अप्रेल 1962 को संभागीय व्यवस्था को बंद किया गया।

20. दामोदर दास व्यास:-

➤ जन्म = मालपुरा (टोंक)
➤ राज. के एकीकरण में महत्वपुर्ण भुमिका निभाई ।
➤ राज० का लौह पुरुष कहा गया।

21. चुन्नीलाल शर्मा:-

➤ डाबड़ा किसान आंदोलन में 13 मार्च, 1947 को शहीद हुए 

22. हरिभाऊ उपाध्याय:- 

➤ जन्म = ग्वालियर (M.P.) 1892 में
➤ "त्याग भूमि " समाचार पत्र का संपादक किया गया।
➤ स्वतंत्रता सेनानी हरिभाऊ उपाध्याय स्वतंत्रता के बाद 1952 में अजमेर - मेरवाड़ा राज्य के प्रमुख
 C.M. बने ।
➤ रचनाएँ :- (1) युगधर्म ,(2) दुरदावल, (3) बापू के आश्रम

23. गोविन्द गीरि :-

➤ जन्म :- बासियां गाँव (डूंगरपुर)
➤ मेवाड़ व वागड़ के आसपास क्षेत्रों में भीलों में सामाजिक सुधार के लिए लसाड़िया आंदोलन की शुरुआत की ।
➤ जनजाति वर्ग के उत्थान के लिए 1883 ई. में "सम्प सभा" की स्थापना की ।
➤ सम्प सभा का 1913 का सम्मेलन = मानगढ़ पहाड़ी (बासवाड़ा) जहाँ पर अग्रेजो ने इस सभा पर गोलिया चलाई।
➤ राजस्थान के मानगढ़ के "वागड़ का जलियावाला बाग हत्याकाण्ड" कहा गया।
→ अन्तिम समय गुजरात के "कम्बोई" नामक स्थान पर बिताया।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.