सहायक संधियाँ
Subsidiary Treaties of Rajasthan Complete Details and Notes |
• सहायक संधियों के 3 चरण :-
❖ प्रथम चरण में सहायक संधि :-
➥ 1803 - भरतपुर (रणजीतसिंह)➥ 1803 - अलवर (बरख्तावर सिंह)
➥ 1804 - धौलपुर (किरतसिंह)
❖ द्वितीय चरण में सहायक संधि :-
➥ 1817-18 - कोटा में
❖ तृतीय चरण में सहायक संधि :-
➥ 1823 - सिरोही (राव शिव सिंह)
❖ द्वितीय चरण में सहायक संधि Complete विवरण :-
➤ 1817 - कोटा = राव उमेद सिंह ➤ 1817 - करौली = हरवक्षपाल (सर्वप्रथम संधि )
➤ 1818 - बीकानेर = सूरत सिंह ➤ 1818 - बुँदी = विष्णु सिंह
➤ 1818 - कोटा की पुरक संधि ➤ 1818 - जयपुर = जगत सिंह
➤ 1818 - जोधपुर = जतरसिंह ( मानसिंह की ओर से ) ➤ 1818- मेवाड़ = अजीत सिंह
➤ 1818 - उदयपुर = युवराज अजीत सिंह ( भीम सिंह की ओर से ) ➤ 1818 - किशनगढ़ = कल्याण सिंह
➤ 1818 - प्रतापगढ़ = सामन्त सिंह ➤ 1818 - डूंगरपुर = जसवन्त सिंह II
➤ 1818 - बॉसवाड़ा = उम्मेद सिंह ➤ 1818 - जैसलमेर = मुलराज II
❖ अंग्रेजो द्वारा बनाई गई रियासते =
(i) 1804 → धौलपुर कीरत सिंह
(ii) 1817 → टोंक → अमीर खाँ पिंड़ारी
(iii) 1838 → झालावाड़ - मदनसिंह झाला
NOTE:- मराठो का हस्तक्षेप सर्वप्रथम बुँदी रियासत में हुआ था |
"मराठा मल्हार राव हॉल्कर "
❖ "करौली, बीकानेर, अलवर, किशनगढ, जैसलमेर " को खिराज से मुक्त रखा गया था।
NOTE :- करौली मराठो को चौथ। सरदेशमुखी कर / tax देता था ।
परंतु अग्रेजो को खैराज नही दिया।
❖ राजस्थान की कमिश्नरी व्यवस्था = "लार्ड विलियम बैटिंग" के काल में शुरुआत।
❖ भारत में सर्वप्रथम सहायक संधि = हैदराबाद के निजाम ने 1798 में की।
❖ अग्रेजो की ओर से सहायक संधि चार्ल्स मेटकॉफ ने की थी |
➤ डुगरपुर, बाँसवाड़ा, प्रतापगढ़ राज्यो के साथ मालवा के रेजिडेन्ट के "जॉन वॉल्कुम" ने संधि की थी।
❖ 1803 में अग्रेजो ने भरतपुर के "राजा रणजीत सिंह" से मैत्री संधि की थी।
❖ अग्रेजो से सहायक संधि करने वाला पहला राजपुत राज्य = (9 Nov. 1817) करौली
➥ सहायक संधि करने वाला अन्तिम राज्य = सिरोही (11 Sep 1823)
❖ पुर्ण शर्तों सहित सहायक संधि करने वाली प्रथम रियासत = " कोटा "
❖ एकमात्र रियासत जिसने रक्षा एवं आक्रमण से बचने के लिए संधि की = अलवर रियासत (14. Nov 1803)
NOTE :- उदयपुर की सहायक संधि के विषय में डॉ. मोहन सिंह ने कहा था कि " इस संधि से पूर्व मेवाड़ ने इस प्रकार से किसी के आगे समर्पण नही किया था |
सन् 1838 ई. में कोटा राज्य के विभाजन स्वरूप "झालावाड़ " राज्य का निर्माण हुआ ।
➥ { झाला मदनसिंह }
➥ संधि = 1838 में
❖ राजपुताना रेजिडेन्सी :-
➤ प्रथम बार स्थापना:- दिल्ली
➤ अध्यक्ष = डेविड ऑक्टरलॉनी । → नसीर की उपाधि।
➤ 1832 में राजपुताना रेजिडेन्सी की स्थापना । (अजमेर में )
➥ प्रथम AGG = लॉकेट
➤ 1845 में मुख्यालय माऊट - आबु में ।
"राज. का पहला P.A = कर्नल जेम्स टॉड "
➤ 1864 में मुख्यालय - गर्मीयो में = मा. आबु
सर्दियों में = Ajmer
ब्रिटीशकाल में राजपुताना रेजीडेंसी की रियासतों को 9 भागो में बाटाँ गया :- {6 एजेन्सी एवं 3 रेजीडेन्सी }
(1) 3 रेजीडेन्सी
(i) मेवाड़ रेजिडेन्सी (मुख्यालय - उदयपुर) = मेवाड़ रियासत शामिल ।
(ii) वेस्टर्न राजपुताना रेजिडेन्सी (मुख्यालय - जोधपुर) = जोधपुर, सिरोही, जैसलमेर
(iii) जयपुर रेजिडेन्सी (मुख्यालय - जयपुर) = जयपुर व किशनगढ़
(2) 6 एजेन्सी :-
(i) इस्टर्न राजपुताना स्टेट्स = ( मुख्यालय - भरतपुर) = भरतपुर, धौलपुर रियासते ।
(ii) वेस्टर्न राजपुताना स्टेट्स = (मुख्यालय - उदयपुर) = डूंगरपुर, बाँसवाड़ा, प्रतापगढ़ |
(iii) अलवर एजेन्सी = (मुख्यालय- अलवर) = अलवर
(iv) बीकानेर एजेन्सी = (मुख्यालय -बीकानेर) = बीकानेर
(v) कोटा - झालावाड़ एजेन्सी = (मुख्यालय कोटा) = कोटा व झालावाड़
(vi) हाडौती - टोंक एजेन्सी (मुख्यालय -देवली) = टोंक, शाहपुरा व बुँदी
➤ शेखावाटी ब्रिगेड की स्थापना = 1835 में , मुख्यालय = झुंझुनु
NOTE:- 1818 में राजपूत राज्यों के साथ संधि करने वाला अग्रेज अधिकारी = चार्ल्स मेटकॉफ
सहायक संधियो के समय :-
❖ गवर्नर जनरल (ज.ज.) = "हेस्टिगस"
➥ (1817 से 1823 तक की सहायक संधियो तक)
➥ चार्ल्स मेटकॉफ (सहायक संधियों में 'हस्ताक्षर करने वाला)
Note:- 1803 में G.G. = वेलेजली
❖ डुगरपुर, बाँसवाड़ा, प्रतापगढ़ की रियासतो पर अग्रेज अधिकारी = जॉज माल्कम / वॉल्कम